Detailed Notes on Shiv Chalisa lyrics

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ ** आप अपना हर तरह का फीडबैक ह

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